डायबिटीज एक गंभीर बीमारी है जिसमें ब्लड शुगर का लेवल बढ़ जाता है,और जिसको कंट्रोल में रखने के लिए व्यक्ति को अपने आहार(diet) और जीवनशैली(lifestyle) में कुछ महत्वपूर्ण परिवर्तन करना आवश्यक हो जाता है। तोरी (तोरई) एक सब्जी है जो कि डायबिटिक्स के लिए फायदेमंद हो सकती है, क्योंकि इसमें कई पौष्टिक गुण होते हैं जो ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद कर सकते हैं।
आइये जानते है तोरी डायबिटीज में कैसे फायदेमंद है-
फाइबर का स्रोत: तोरी फाइबर का अच्छा स्रोत होता है, जो पाचन को सुधारने में मदद कर सकता है और ब्लड शुगर के स्तर को कंट्रोल में रखने में सहायक हो सकता है। फाइबर का सेवन डायबिटीज में उपयोगी होता है क्योंकि यह ब्लड शुगर के उच्च स्तर को कम करने में मदद करता है।
लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स (GI): तोरी का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, ग्लाइसेमिक इंडेक्स ये बताता है कि कोई भोजन कितनी तेजी से ब्लड शुगर के लेवल को बढ़ाते हैं। कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स होने के कारण तोरी शुगर लेवल को नियंत्रित करता है और शुगर स्पाइकल को बढ़ने नहीं देता तथा स्पाइक्स और क्रैश को भी नियंत्रित करता है।
वजन बढ़ने से रोके : ज्यादा वजन होने से डायबिटीज का खतरा भी बढ़ जाता है ऐसे में आवश्यक है की व्यक्ति अपने वजन को बढ़ने से रोके।
क्योंकि इसमें कैलोरी बहुत कम होती है इसलिए तरोई वजन बढ़ने पर कंट्रोल करता है।
विटामिन और मिनरल्स से भरपूर: तोरी में विटामिन A, विटामिन C, और फॉलेट जैसे महत्वपूर्ण पोषक तत्व मिलते है, विटामिन C हमारे इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है और गर्मियों में होने वाले अनेक बीमारियों से बचाता है। इसमें कैल्शियम, मैग्नीशियम, और पोटैशियम, जैसे मिनरल्स भी होते हैं। तथा ये विटामिन और मिनरल्स एक स्वस्थ्य जीवन के लिए,और डायबिटीज में भी बहुत लाभदायक होते है ।
ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करे: तोरी में पोटैशियम होता है, जो हमारे ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में मदद करता है।

तोरी को उपयोग करने के कुछ आसान तरीके-
तोरी की सब्जी: तोरी को सब्जी के रूम में पकाकर खाना सबसे आसान तरीका है। आप तोरी को छोटे टुकड़ो में काटकर उसमे कुछ मसालें डालकर बना सकते हैं, जैसे की तोरी का भरवाँ, तोरी की सब्जी और तोरी की कढ़ी।
तोरी सूप: तोरी को अपने सूप में इस्तेमाल करने से सूप का पोषण बढ़ जाता है , तथा इसमें अधिक फाइबर मिलता है।
तोरी सैलड: तोरी को चटपटे सैलड के रूप में अपने आहार में शामिल कर सकते हैं।
तोरी का जूस: आप तोरी को ब्लेंड करके उसका जूस बना सकते हैं और पी सकते हैं। यह एक स्वस्थ पीने का विकल्प है, लेकिन इसमें फाइबर की मात्रा कम होती है।
आखिरी बात:
जब भी आप तोरी को अपने आहार में शामिल करें ध्यान दे की इसमें तेल की मात्रा ज्यादा न हो या इसे अधिक तलने से बचें, क्यूंकि यह डायबिटीज में सेहत के लिए बहुत हानिकारक हो सकता है, वैसे तो अधिक तला हुआ खाद्य पदार्थ सभी के लिए हानिकारक होता है, परन्तु डायबिटीज में इसका खास ध्यान रखना जरुरी है।
ध्यान रहे डायबिटीज की स्थिति में जब भी आप अपने आहार में कोई भी परिवर्तन करते है अपने डॉक्टर से सलाह अवश्य लें।